:तरंगों का व्यक्तिकरण:
जब कोई दो तरंगें ,जिनकी freequeny आपस मे समान है, एक ही माध्यम मे एक साथ, एक ही दिशा मे चलतीं हैं तो उनके superimposition के बाद, माध्यम के कुछ बिन्दुओ पर तरंगों की तीव्रता ,उन दोनों तरंगों की अलग-अलग तीव्रताओं के योग अथवा अन्तर से अलग होती है, यही तरंगों का व्यक्तिकरण का सिद्धांत है।
जिन बिन्दुओ पर तीव्रता (intensity) maximum
होती है वहाँ संपोषी (constructive) व्यक्तिकरण तथा जहाँ minimum intensity होती है वहाँ विनाशी (destructive) interference होता है।
Interference of two waves |
Max. Intensity=I(max) |
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ReplyDeleteThanks sir
ReplyDeleteSir g aaj interence ki definition ka 100 percent concept clear ho gya ..please sir keep continuing..thank you very much...
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